अध्ययन 5 – प्रार्थना के प्रति समर्पण (Study 5 – Devoted to Prayer)


पीछे देखें (LOOK BACK)

✦ हम एक-दूसरे के लिए कैसे प्रार्थना कर सकते हैं?

✦ पवित्र आत्मा आपसे क्या कह रहा है? आप कैसे उत्तर दे रहे हैं?


ऊपर देखें (LOOK UP)

स्मृति पद (Memory Verses): प्रेरितों के काम 2:42; कुलुस्सियों 4:2

“प्रार्थना में लगे रहो, और धन्यवाद के साथ उसमें चौकसी करो।”

मुख्य सत्य (Key Truth): कलीसिया बार-बार मिलकर परमेश्वर से बातें करती है।

याद करने की कहानी (Story to Memorize): प्रेरितों के काम 2:42; कुलुस्सियों 4:2


नाट्य रूप में (Act it Out):

➤ समूह मिलकर परमेश्वर का धन्यवाद करे और मदद माँगे।


प्रश्न (Questions):

✔ प्रारम्भिक कलीसिया नियमित रूप से क्या करती थी? (प्रार्थना।)

✔ हमें किसके साथ प्रार्थना करनी चाहिए? (अन्य विश्वासियों के साथ और अकेले भी।)

✔ हम क्यों प्रार्थना करते हैं? (परमेश्वर से बात करने, मदद माँगने, दोस्तों के लिए प्रार्थना करने और धन्यवाद देने के लिए।)

✔ हम रोज़ाना एक-दूसरे के लिए कैसे प्रार्थना कर सकते हैं?

✔ हम अपने उन मित्रों के लिए कैसे प्रार्थना करें जो यीशु को नहीं जानते?


आगे देखें (LOOK AHEAD)

✦ कुलुस्सियों 4:2 याद करें।

✦ अपने उन दोस्तों की सूची बनाएँ जो यीशु को नहीं जानते और रोज़ उनके लिए प्रार्थना करें।

✦ घर कलीसिया के लिए रोज़ प्रार्थना करें।

✦ अपने नेटवर्क लीडर के लिए रोज़ प्रार्थना करें।

✦ जो सीखा है उसे अपने बनाए गए चेलों को सिखाएँ।

✦ आदेश/प्रार्थना (Commission/Pray): परमेश्वर से सामर्थ्य माँगें कि आप चेले बनाएँ और उसके वचन का पालन करें।