अध्ययन 2 – शिक्षा के प्रति समर्पण
(Study 2 – Devoted to Teaching)
पीछे देखें (LOOK BACK)
✦ हम एक-दूसरे के लिए कैसे प्रार्थना कर सकते हैं?
✦ पवित्र आत्मा आपसे क्या कह रहा है? आप कैसे उत्तर दे रहे हैं?
ऊपर देखें (LOOK UP)
स्मृति पद (Memory Verse): प्रेरितों के काम 2:42
“वे प्रेरितों की शिक्षा और संगति, रोटी तोड़ने और प्रार्थना में लगे रहे।”
मुख्य सत्य (Key Truth): कलीसिया परमेश्वर के वचन को सीखने और पालन करने के लिए समर्पित है।
याद करने की कहानी (Story to Memorize): प्रेरितों के काम 2:42
नाट्य रूप में (Act it Out):
➤ एक व्यक्ति शिक्षक बने, बाकी लोग वचन सुनें और सीखें।
प्रश्न (Questions):
✔ विश्वासियों ने किस चीज़ के प्रति समर्पण दिखाया? (प्रेरितों की शिक्षा के प्रति।)
✔ शिक्षा किस पर आधारित थी? (यीशु की बातें और पुराने नियम के शास्त्र।)
✔ हमें शिक्षा क्यों ज़रूरी है? (ताकि हम यीशु का अनुसरण करना सीखें।)
✔ क्या केवल अगुवा ही सिखा सकते हैं? (नहीं, हर विश्वासी जो जानता है उसे बाँट सकता है।)
✔ आप किसे सिखाएँगे कि उन्होंने जो सीखा उसे औरों को भी सिखाएँ?
आगे देखें (LOOK AHEAD)
✦ प्रेरितों के काम 2:42 याद करें।
✦ सप्ताह में एक-दूसरे को वचन सिखाएँ।
✦ अपने घर कलीसिया में बारी-बारी से शिक्षा दें।
✦ जो सीखा है उसे अपने बनाए गए चेलों को सिखाएँ।
✦ आदेश/प्रार्थना (Commission/Pray): परमेश्वर से सामर्थ्य माँगें कि आप चेले बनाएँ और उसके वचन का पालन करें।